महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे ने फंसा दिया पेंच; बीजेपी-शिवसेना गुट आमने-सामने! अमित शाह की बैठक के बाद भी CM के नाम का ऐलान नहीं
Maharashtra New CM Face Government Formation
Maharashtra New CM Face: दिल्ली में 28 नवंबर को बंद कमरे में अमित शाह के साथ बैठक में शिंदे ने ऐसा क्या मांग लिया कि अभी तक महाराष्ट्र सीएम के नाम का ऐलान ही नहीं हो सका। माना जा रहा था कि, गृह मंत्री अमित शाह की बैठक में सब कुछ तय हो जाएगा और सीएम के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। फिलहाल, महाराष्ट्र में शिवसेना चीफ एकनाथ शिंदे को लेकर सस्पेंस बढ़ता जा रहा है। महाराष्ट्र में शिंदे की भूमिका पर पेंच फंस गया है। दिल्ली से 29 नवंबर को लौटने के बाद आज शिंदे अचानक अपने गांव सातारा निकल गए। इससे उन्होंने और ज्यादा सियासी हलचल बढ़ा दी।
गृह मंत्रालय पर बीजेपी-शिवसेना गुट आमने-सामने!
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने शिवसेना को डिप्टी सीएम का ऑफर दे दिया है। लेकिन डिप्टी सीएम को लेकर शिवसेना गुट की ओर से तस्वीर साफ नहीं हो रही है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि, शिंदे ने डिप्टी सीएम बनने से मना कर दिया है। शिवसेना से किसी और को डिप्टी सीएम के लिए प्रोमोट किया जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ यह भी खबर है कि, शिवसेना शिंदे गुट की ओर से गृह मंत्रालय की मांग की गई है। इसके साथ ही विधानसभा स्पीकर पर बीजेपी-शिवसेना गुट की स्थिति आमने-सामने की है। वहीं इस खींचतान के बीच खबर यह भी है कि, एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में ताकतवर रहने के साथ-साथ केंद्र में एक मंत्री पद चाहते हैं।
गृह मंत्रालय अपने पास रखना चाहती बीजेपी
सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र में मंत्रालयों को लेकर महायुति गठबंधन में बीजेपी-शिवसेना के बीच जिस तरह की खींचतान मची हुई है। उसमें बीजेपी अपने पास गृह, राजस्व, उच्च शिक्षा, कानून, ऊर्जा, ग्रामीण विकास अपने पास रखना चाहती है। जबकि शिवसेना को हेल्थ, शहरी विकास, सार्वजनिक कार्य, उद्योग ऑफर किया है। वहीं NCP अजित गुट को वित्त, योजना, सहयोग, कृषि जैसे विभाग देने की पेशकश की गई है।
बीजेपी के लिए शिंदे जरूरी या मजबूरी
सबसे बड़ा सवाल यह है कि, महायुति गठबंधन में बीजेपी-शिवसेना के बीच यह खींचतान कब तक चलेगी और कब महाराष्ट्र में महायुति के सीएम के नाम का ऐलान हो पाएगा। एकनाथ शिंदे को लेकर बीजेपी क्यों इतनी देरी कर रही है। बीजेपी के लिए शिंदे जरूरी हैं या मजबूरी। फिलहाल, यह माना जा रहा है कि बीजेपी शिंदे को नाराज नहीं करना चाहती। इससे गठबंधन में गलत संदेश जा सकता है। ऐसे में शिंदे को बनाए रखने के लिए बीजेपी को महत्वपूर्ण विभाग को छोड़ने पड़ सकते हैं। आपको यहां बता दें कि, शिंदे के अलग होने पर भी बीजेपी, एनसीपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना सकती है।
5 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह होगा
अभी तक महायुति का मुख्यमंत्री तय नहीं हुआ है लेकिन बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र में 5 दिसंबर को सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख तय की गई है। इससे पहले भाजपा विधायक दल की बैठक 3 दिसंबर को रखी गई है। मालूम रहे कि, हाल ही में एकनाथ शिंदे ने कहा था कि, उन्हें सीएम पद की लालसा नहीं है। उनके लिए राज्य और लोग सबसे महत्वपूर्ण हैं। जिनके लिए काम करने वाली सरकार शासन में होनी चाहिए। इसलिए हम NDA के साथ मजबूती से हैं और बीजेपी को हमारा पूरा समर्थन रहेगा। एकनाथ शिंदे ने आगे कहा था कि, बीजेपी फैसला ले और अपना सीएम बनाए। हम साथ देंगे।
महाराष्ट्र में BJP को 288 में से 132 सीटें
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव-2024 में BJP को बड़ी बढ़त मिली है। बीजेपी जबरदस्त प्रदर्शन के साथ महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 26.77% वोट शेयर के साथ अकेले 132 सीटें जीतने में कामयाब रही। वहीं शिवसेना (शिंदे) को 12.38% वोट शेयर के साथ 57 सीटें मिलीं। जबकि एनसीपी (अजित पवार) को 9.01% वोट शेयर के साथ 41 सीटें हासिल हुईं। इस प्रकार से महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन ने 288 सीटों में से 230 सीटें जीती हैं।
वहीं, कांग्रेस नेतृत्व में महाविकास आघाडी MVA को 46 सीटें मिली हैं। इस बार के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को महज 16 सीटें ही मिल पाईं। पिछले चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर 16.1% था, जो अब घटकर 12.42% रह गया है। बता दें कि, महाराष्ट्र विधानसभा की कुल 288 सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी। 2019 के मुकाबले इस बार 4% ज्यादा वोटिंग हुई। 2019 में 61.4% वोट पड़े थे। इस बार 65.11% वोटिंग हुई।